ग्रे शेड वाला लव!
ग्रे शेड वाला लव!
शादी के बाद, प्यार का रंग कुछ ग्रे शेड सा हो जाता है,
ना गुलाबी, ना बादामी, ना लाल, ना भूरा ,
हाँ जी, ग्रे शेड वाला लव!
पहला पड़ाव-गुलाबी इश्क
कुछ सामंजस्य बिठाने में, कुछ रूठने-मनाने में,
कुछ टाँग-खिचाई में, कुछ घर की सफाई में,
प्यार का रंग हल्का गुलाबी से कुछ बादामी हो जाता है,
दूसरा पड़ाव- बादामी प्यार
कुछ नोंक-झोंक में, कुछ उलझन में,
कुछ प्यार में, कुछ तकरार में,
प्यार का रंग हल्का बादामी से कुछ भूरा हो जाता है,
तीसरा पड़ाव- भूरी मोहब्ब्बत
कुछ रिश्ते निभाने में, कुछ फ़ेसबुक चलाने में,
कुछ रिमोट की तनातनी में, बच्चों के सवालों में,
प्यार का रंग भूरा से ग्रे हो जाता हैं,
हाँ जी, शादी के बाद, प्यार का रंग कुछ ग्रे शेड सा हो जाता
चौथा पड़ाव- प्यार का इंद्रधनुषी रंग
और ग्रे रंग की माटी में,
समय के साथ गहराती जाती जड़ से खिलता,
बच्चों के उल्लास का लाल रंग,
खट्टे-मीठे अनुभवों का नारंगी रंग,
परस्पर सहयोग का पीला रंग,
सौहार्द सद्भाव का हरा रंग,
आपसी विशवास का नीला रंग,
एक दूसरे की परवाह का आसमानी रंग,
ईश्वर कृपा का बैंगनी रंग,
सब मिल बन जाता है प्यार का इन्द्रधनुष,
एक हो प्रेम की सुनहरी किरणI
-वर्तिका श्रीवास्तव
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